सुधाकर थपलियाल विद्या बाचस्पति (डाक्ट्रेट की मानद) उपाधि से विभूषित”
यमकेश्वर। पौराणिक मार्कण्डेय तीर्थ यमकेश्वर को सन्निकट महामुनि मृकण्डु जी की वरदभूमि, देवों की तपोभूमि तत्कालीन #आवृद्धि नगरी #आव ई में धर्म परायण वात्सल्य की देवी ममतामई मां श्रीमती श्यामा देवी थपलियाल जी एवम् आयुर्वेद चिकित्सा ज्योतिष, कर्मकांड के पारखी #कविराज महेशानंद थपलियाल जी के कुलीन ब्राह्मण परिवार में एक बालक का जन्म हुआ जिसका नाम #सुभाष रखा गया। कालान्तर में यही आजादी का प्रतिरूप सुभाष नाम #सुधाकर बनकर अपने पूर्वजो द्वारा बंशानुगत आदर्शों, प्रेरणास्रोत, मार्गदर्शक, कर्मयोग, अनुशासन,बन्धुत्व के जीवन मूल्यों की राह का वरण करते हुए पूर्वजों की धवलकृति को आगे बढ़ाने का सद्प्रयास कर रहे हैं।आपने स्नातकोत्तर (एम.काम.,एम.ए.(अर्थशास्त्र)तक शिक्षा ग्रहण की।
यमकेश्वर विकास क्षेत्र में शिक्षा जगत को आलोकित करने में समर्थ ज्योतिर्विद आचार्य पं गौरीशंकर थपलियाल जी का गुरू शिष्य परम्परा के संवाहक के रूप में महत्वपूर्ण स्थान है।
सन् 1979-80से लेकर सन् 2019 तक विभिन्न सरकारी अर्द्ध सरकारी विभागों में सेवा प्रदान कर योगदान दिया।क ई साहित्यिक सामाजिक सांस्कृतिक एवम् पर्यावरणीय से सम्बंधित संस्थाओं में सामाजिक दायित्वों का उचित निर्वहन किया।
साहित्यिक दायित्वो के निर्वहन में #(1) 1986-90तक नेता जी सुभाष क्लब में कार्यकारी महासचिव।
#(2)वर्ष 1991 से 1995तक #हल्द्वानी की सामाजिक संस्था#अरूणोदय में सामान्य सदस्य।
साहित्यिक संस्था #नवोन्मेष में अवैतनिक उपाध्यक्ष
#(3) वर्ष 1995 से 2019 तक कण्वनगरी कोटद्वार की प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था#साहित्यांचल में वर्ष 1997*1999तक #प्रचार सचिव एवं 2010-12 तक #महासचिव ।
(4) वर्ष 1997-1999 तक उप्र वन निगम कर्मचारी संगठन में #क्षेत्रीय #मंत्री।
(5) वर्ष 1997से वर्तमान तक #कविराज #महेशानंद थपलियाल स्मारक कल्याण सेवा निधि आवई परिवार का संस्थापक सदस्य एवं महासचिव।
(6) श्री #गंगा #सलाण जन कल्याण समिति वीरभद्र ऋषिकेश में आजीवन सदस्य।
#पुरस्कार एवं #सम्मान:-
(1) सन् 1975-76 (विद्यार्थी जीवन) में कांची कामकोटि पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी जयेंद्र सरस्वती जी के कर कमलों से श्री भरत मन्दिर इण्टर कॉलेज में आयोजित निबंध प्रतियोगिता में #सांत्वना #पुरस्कार प्राप्त किया है।
(2) वर्ष 2001-02मे उत्तराखंड वन विकास निगम द्वारा स्थापना दिवस पर #सर्वोत्तम #आलेख #पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
(3)वर्ष 2016-17 में कण्वनगरी कोटद्वार की प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था#साहित्यांचल द्वारा पर्यावरण संरक्षण हेतु #साहित्यांचल रत्न सम्मान से सम्मानित किया।
(4) वर्ष 2017-18 में#श्री असलदेव मन्दिर समिति द्वारा पर्यावरण के क्षेत्र में योगदान देने हेतु#असलदेव सम्मान से सम्मानित किया।
(5) वर्ष 2017 में हल्द्वानी की प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था परिवार द्वारा समाजसेवा, साहित्य सेवा, पर्यावरण संरक्षण हेतु#साहित्य #गौरव #सम्मान प्रदान किया गया है।
(6) वर्ष 2018में कण्वनगरी कोटद्वार का प्रतिष्ठित समाचार पत्र#जयन्त द्वारा पर्यावरण के क्षेत्र में योगदान हेतु #पर्यावरण #मित्र पुरस्कार प्रदान किया गया है।
(7) वर्ष 1019 में कविराज फाउण्डेशन द्वारा पर्यावरण संरक्षण संबर्द्धन बन्य जीव जन्तु सुरक्षा जल संरक्षण वृहद वृक्षारोपण कार्य हेतु #बसुन्धरा #रक्षा #सम्मान प्रदान किया गया है।
(8)वर्ष 2021मे कण्वनगरी कोटद्वार की प्रतिष्ठित साहित्यिक सामाजिक सांस्कृतिक संध्या#नई #दुनिया भावी राष्ट् द्वारा #प्रकृति #प्रेरणा #सम्मान प्रदान किया गया है।
(9) वर्ष 2023 राज्य पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन निदेशालय देहरादून द्वारा #सुन्दर लाल बहुगुणा प्रकृति एवं पर्यावरण संरक्षण पुरस्कार हेतु #नामित।
(10,) वर्ष 2024-25 हेतु #महात्मा #गांधी #पर्सनेलिटी #आफ दी ईयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
(11) वर्ष 2025हेतु डा एपीजे अब्दुल कलाम सेवा रत्न सम्मान से पुरस्कृत किया गया है।
(12) वर्ष 2025 हेतु काशी विद्यापीठ वाराणसी से साहित्य सामाजिक सांस्कृतिक और पर्यावरण क्षेत्र में योगदान देने हेतु #सारस्वत #सम्मान प्रदान किया गया है।
संस्था परिवार द्वारा समाजसेवा साहित्य पर्यावरणीय एवं विभिन्न विधाओं के क्षेत्र में निम्नानुसार सम्मानित किया जाता है।
शतरूद्रा साहित्य सम्मान, उत्तराखंड गौरव सम्मान, राष्ट्र भाषा हिंदी रत्न सम्मान, उद्यमिता कौशल विकास सम्मान, बसुन्धरा रक्षा सम्मान, मेघदूत सम्मान, गौरीशंकर शिक्षा रत्न सम्मान, कण्वनगरी-सम्मान, उच्च शिक्षा सम्मान, प्रतिभा खोज सम्मान आदि।
संस्था परिवार द्वारा विभिन्न वर्षों में पर्यावरण संरक्षण, संबर्द्धन, बन्य जीव जन्तु सुरक्षा, जल संरक्षण ,वृहद वृक्षारोपण /विचार गोष्ठी कार्यक्रम आयोजित किए गए:-
(१)सिद्धवली धाम,भैरव गढ़ी, मां ज्वालपा धाम, देवी का डांडा(मां श्याम सुन्दरी बाला कुंवारी देवी,कांडी से ढूंढा में बृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किए गए।
निम्न बृक्षारोपण कार्यक्रम में प्रतिभाग किया:-
(१)कण्वनगरी प्रेस क्लब , (२)तत्कालीन नगर पालिका परिषद, कोटद्वार,(३)खैरी कलां ग्रामपंचायत द्वारा आयोजित #हरेला #पर्व (४)श्री गंगा सलाम जन कल्याण समिति वीरभद्र ऋषिकेश द्वारा आयोजित हरेला पर्व पखवाड़ा कार्यक्रम में भागीदारी सुनिश्चित की।